स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के अंतर्गत जिले के ग्रामों को ओ.डी.एफ. प्लस का दर्जा दिलाने के लिए कवायद की जा रही है। जिले की 46 ग्राम पंचायतों के इन ग्रामों में शौचालयों सहित अलग-अलग श्रेणी में विभिन्न मापदण्डों पर स्वच्छता सर्वेक्षण दल द्वारा आंकलन किया जाएगा। इसके लिए मौजूदा स्थिति में ओडीएफ प्लस के लिए 46 ग्राम पंचायतों के सरपंच व सचिवों के लिए आज सुबह 11 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें स्वच्छ सर्वेक्षण के विभिन्न मापदण्डों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। बैठक में मौजूद कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा और जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती प्रियंका महोबिया उन्हें ग्राम पंचायतों में स्थित स्वच्छता के मापदण्डों पर खरा उतारने के टिप्स दिए।

आज सुबह आयोजित कार्यशाला में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी 46 ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के मामले में वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं का इंडिकेटर तैयार कर मूल्यांकन करें जिससे ग्रामों वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल सके। उन्होंने स्वच्छता सर्वेक्षण के निर्धारित मापदण्डों से अच्छी तरह से अवगत होने की बात कही, साथ ही यह भी कहा कि शासन की योजनाओं को ग्राम स्तर पर सफल बनाने के लिए सरपंच व पंचायत सचिवों की महती भूमिका रहती है और वे परस्पर समन्वय स्थापित करके इनका बेहतर ढंग से क्रियान्वयन करें। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं सदस्य सचिव स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) ने बताया कि इसमें गांवांे की स्वच्छता का सर्वेक्षण भारत सरकार द्वारा नियुक्त स्वतंत्र इकाई के जरिए कराया जाएगा जो आगामी 15 जनवरी तक आंकलन करेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान इस इकाई के सदस्य गांव में सार्वजनिक स्थल जैसे पंचायत भवन, आंगनबाड़ी, स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, धार्मिक स्थल, हाट-बाजार, सामुदायिक भवन में कम से कम पांच स्थलों का निरीक्षण कर स्वच्छता सर्वेक्षण करेगी तथा इन भवनों में महिला, पुरूष शौचालय और उसकी साफ-सफाई का मुआयना भी की जाएगी। साथ ही वहां के ग्रामीणों से सीधे सम्पर्क कर गांव में स्वच्छता के बारे में फीडबैक लेकर जानकारी के आधार पर जिले की स्वच्छता रैंकिंग की जाएगी।1000 अंकों के आधार पर किया जाएगा स्वच्छता आंकलन- स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के लिए विभिन्न बिन्दुओं के आधार पर एक हजार अंकों से आंकलन किया जाएगा। इसमें 350 अंक एमआईएस एंट्री, 350 अंक स्थल निरीक्षण के आधार पर टीम द्वारा तथा 300 अंक ग्रामीणों से फीड बैक के आधार पर दिया जाएगा।

मोबाइल एप से भी वोटिंग की सुविधा- स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक ने बताया कि इस रैंकिंग में जिले के आम नागरिक भी हिस्सा ले सकते हैं। इसके लिए गूगल एप्लीकेशन ’एस.एस.जी. 2021’ को प्लेस्टोर से सीधे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर जिले के ग्रामीण अंचलों में किए जा रहे स्वच्छता के प्रयासों के आधार पर अपना बहुमूल्य मत दे सकते हैं। यह एप्लीकेशन हिन्दी, अंग्रेजी सहित विभिन्न भाषाआंे में उपलब्ध है। नागरिक अपनी सुविधा के अनुसार भाषा का चयन कर सर्वेक्षण मंे हिस्सा लेकर राष्ट्रीय रैकिंग में अच्छे स्तर पर लाने के लिए सहयोग कर सकते हैं। इसमें बताया गया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के नए घटक के रूप में ठोस, तरल, प्लास्टिक अपशिष्ट और एफएसएम व्यवस्थाओं का आंकलन, एमएचएम जागरूकता और एमएचडब्ल्यू के निबटान की व्यवस्था तथा ओडीएफ स्थिति को बरकरार रखना और ओडीएफ प्लस के दिशानिर्देशों का क्रियान्वयन करना सम्मिलित है। यह भी बताया गया कि प्रत्यक्ष अवलोकन के दौरान स्वतंत्र इकाई द्वारा स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, सार्वजनिक स्वास्थ्य केन्द्र, पंचायत कार्यालय सामुदायिक भवनों, धार्मिक स्थलों, हाट-बाजारों व घरों का भी अवलोकन किया जाएगा।

इन ग्राम पंचायतों में की जाएगी ओडीएफ प्लस की कवायद:- जिले के चारों विकासखण्ड की कुल 46 ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस सर्वे के लिए चयन किया गया है। इसमें धमतरी विकाखण्ड के 20 गांव, कुरूद के 18, मगरलोड के 05 तथा नगरी ब्लॉक के 03 ग्राम पंचायत शामिल हैं। धमतरी ब्लॉक के ग्राम लोहरसी, मुजगहन पोटियाडीह, परसतराई, खरतुली, अर्जुनी, खपरी, तेलिनसत्ती, देमार, भानपुरी, सेहराडबरी, संबलपुर, रत्नाबांधा, रावां, भटगांव, गंगरेल, डोमा, छाती, कण्डेल और सेमरा बी., कुरूद ब्लॉक के ग्राम चर्रा, नारी, कुल्हाड़ी, सिहाद, कोसमर्रा, गातापार को. बोरझरा, रामपुर, गाड़ाडीह आर, सिलघट सुपेला, हंचलपुर, पचपेड़ी, तर्रागोंदी, ईर्रा, कोर्रा, भेण्डरा और चरोटा। इसी तरह मगरलोड की ग्राम पंचायत मेघा, बोरसी, खिसोरा, हसदा और भेण्डरी तथा नगरी विकासखण्ड के ग्राम उमरगांव, फरसियां और सांकरा के सरपंच-सचिव आज आयोजित कार्यशाला में शामिल हुए।

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