मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में महान आदिवासी जननेता और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसमुण्डा की जयंती एवँ प्रसिद्ध गांधीवादी नेता तथा भूदान आंदोलन के सूत्रधार आचार्य विनोबा भावे की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अमर सेनानी बिरसा मुण्डा जननायक थे। उन्होंने आदिवासी समुदाय को जल, जंगल, जमीन के बारे में जागरूक किया और उन्हें अपने हक की लड़ाई लड़ने की प्रेरणा दी। बिरसा मुण्डा जी ने तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य की नीतियों का विरोध किया और आदिवासियों के सामाजिक-आर्थिक उन्नति के लिए जीवन भर काम किया। आदिवासी समुदाय आज उन्हें भगवान की तरह पूजता है । उनके क्रांतिकारी विचार और देश प्रेम की भावना आज भी लोगों को प्रेरित करती है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आचार्य विनोबा भावे को याद करते हुए कहा कि भारतरत्न और मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित श्री भावे रचनात्मक और आध्यात्मिक होने के साथ ही महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे। उन्हें भूदान आंदोलन की वजह से अधिक जाना जाता है। संत भावे ने अपना पूरा जीवन गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों के उत्थान में लगा दिया और उन्हें आध्यात्मिक रूप से जीवन में सही और गलत के मध्य का अंतर समझाया। उन्होंने कहा कि आचार्य भावे जमीन मालिकों से दान के तौर पर जमीन लेकर गरीब लोगों को खेती के लिए देते थे। ऐसे संत सेनानी के जीवन और विचार मूल्य हमें सदा प्रेरित करते रहेंगे।