कांगेर घाटी के पहाड़ों के बीच बसे गांव कोलेंग में अब कियोस्क के माध्यम से बैंकिंग की सुविधा भी मिल रही है। यहां किराना का व्यवसाय करने वाले युवा संतोष वर्मा अब कियोस्क के माध्यम से क्षेत्र के ग्रामीणों को बैंकिंग संबंधी सुविधाएं भी प्रदान कर रहे हैं। कांदानार, मुंडागढ़, काचीरास, चांदामेटा, छिंदगुर सहित आसपास रहने वाले ग्रामीण इस बैंकिंग सुविधा का लाभ ले रहे हैं।
संतोष ने बातचीत के दौरान बताया कि इस क्षेत्र में सक्रिय महिला स्वसहायता समूहों को बैंकिंग लेनदेन की जरुरत पड़ती है। विकासखण्ड मुख्यालय दरभा यहां से लगभग 28 किलोमीटर दूर है और यह पक्की सड़क से भी नहीं जुड़ पाया था, जिससे स्वसहायता समूहों की महिलाओं को काफी परेशानी होती थी। स्वसहायता समूह की महिलाओं को मार्गदर्शन देने वाली संस्था ने जब इस परेशानी के हल के संबंध में विचार किया और मुझे यहां कियोस्क के संचालन के लिए प्रेरित किया गया। यहां पिछली दिसम्बर माह में जब बिजली पहुंची, तब उन्होंने यह सेवा प्रदान करना प्रारंभ किया। अब कियोस्क के माध्यम से वे क्षेत्र के लोगों को बैंकिंग लेनदेन की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। संतोष ने बताया कि उनके यहां पेंशन योजना और मनरेगा के मजदूर बड़ी संख्या में लेनदेन करते हैं। पहले पेंशन हितग्राही और मनरेगा मजदूर अपने खाते की राशि निकालने के लिए आमतौर पर दरभा जाते थे। आवागमन के बहुत अधिक साधन नहीं होने के कारण क्षेत्र के ग्रामीणों को बहुत अधिक समस्या होती थी। क्षेत्र के ग्रामीणों को बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने पर संतोष ने खुशी जाहिर की।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सुरक्षा बलों के जवानों को भी उनके कियोस्क में लेनदेन सुविधा मिल रही है। इस कियोस्क में पेंशन और मनरेगा जैसी योजनाओं से प्राप्त राशि के आहरण के साथ ही ग्रामीणों द्वारा बचत खातों में राशि भी जमा की जा रही है। संतोष ने बताया कि क्षेत्र में अभी नेटवर्क की अच्छी सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण सिर्फ कियोस्क का संचालन कर रहे हैं। इसके लिए वे निजी कंपनी के राउटर को काफी उपर हवा में रखते हैं तथा ओड़ीसा में स्थित मोबाईल नेटवर्क से यह सेवा दे रहे हैं। उन्हें क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास कार्यों के कारण आशा है कि यहां अच्छी नेटवर्क की सुविधा जल्द ही मिलेगी, जिससे वे क्षेत्रवासियों को कॉमन सर्विस सेंटर में मिलने वाली अन्य सुविधाएं भी प्रदान कर सकेंगे।