दिल्ली की रहने वाली 21 साल की साबिया उर्फ राबिया सैफी के साथ फरीदाबाद में कुछ लोगों ने दुष्कर्म कर निर्दयता से हत्या कर दी।इस मामले को एक सप्ताह हो चुके लेकिन निर्भया को इन्साफ नहीं मिला । राबिया को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली की जनता सड़कों पर उतर पड़ी है कल शाम ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन दिल्ली के अध्यक्ष कलीमुल हफ़ीज़ ने कैंडल मार्च मैं उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “राबिया को मुकम्मल इंसाफ़ मिलने तक मजलिस की लड़ाई जारी रहेगी हम गूंगी-बहरी सरकारों को सुना कर रहेंगे।
राबिया सैफी राजधानी दिल्ली के संगम विहार की रहने वाली है, जो की सिविल डिफेंस मैं काम करती थी। फरीदाबाद के सूरजकुंड-पाली रोड पर गला रेत कर हत्या की गई है। इस वारदात को अंजाम देने के बाद एक व्यक्ति ने खुद को राबिया का पति बताया है, साथ इस पूरी वारदात की जिम्मेदारी खुद ली है। आरोपी का कहना है कि उसे युवती के चरित्र पर शक था, जिसके कारण हत्या की। लेकिन वहीं दूसरी बात परिवार का कहना है कि अभी उनकी बेटी की शादी नहीं हुई थी। बताया जा रहा है राबिया के साथ बलात्कार बेरहमी से चाकू से 50 बार वार किये गए। उसके प्राइवेट पार्ट में भी चोट आयी है।
दिल्ली की राबिया सैफी के साथ बलात्कार के बाद हत्या के इस मामले से एनसीआर में सांप्रदायिक माहौल खराब होने के आसार नजर आ रहे हैं। युवती दूसरे धर्म की थी। ऐसे में सैफी समाज और मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। यही घटना अन्य समाज की युवती से होती तो पूरा मामला तेजी से सुलझता। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी लोग राबिया सैफी को इंसाफ दिलाने की मांग कर रहे है।