छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अंदर चल रही तकरार से तो हम सभी वाकिफ है लेकिन अब संकेत ऐसे मिल रहे हैं कि यहां भाजपा में भी सब ठीक नहीं चल रहा है। जगदलपुर में चल रहे भाजपा के चिंतन शिविर के दौरान नेताओं के बीच की ‘रार’ सामने आई है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह और उनके समर्थकों को भी यहां ‘किनारे’ कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यह काम पार्टी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल और कुछ अन्य पदाधिकारियों ने मिलकर किया है।

इसके अलावा इस बैठक में संघ के भी दो अहम नेता शामिल नहीं हुए। क्षेत्रीय प्रचारक दीपक विस्पुते और प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर सिदार ने इस शिविर से किनारा कर लिया। इससे पहले जब भी इस तरह के शिविर का आयोजन होता था तो ये दोनों आरएसएस नेता ज़रूर शामिल होते थे।

कांग्रेस की अंदरूनी ‘लड़ाई’ का फायदा उठाना चाहती है भाजपा

15 साल सत्ता में रहने के बाद भाजपा को छत्तीसगढ़ में हार का सामना करना पड़ा था। अब भाजपा कोशिश कर रही है कि कांग्रेस के भीतर चल रहे घमासान का फायदा उठाए और जिन क्षेत्रों पर पकड़ ढीली हो गई है, वहां के कार्यकर्ताओं में जोश भरा जाए। इसी वजह से भाजपा इस बार अपना चिंतन शिविर रायपुर से बाहर बस्तर के जगदलपुर में आयोजित कर रही है। हालांकि यह संभव तभी होगा जब भाजपा में अंदरूनी कलह न पैदा हो।

जगदलपुर में भाजपा दो दिन का चिंतन शिविर आयोजित कर रही है। इसका उद्देश्य है कि आदिवासी इलाकों पर पार्टी अपनी पकड़ मजबूत करे। इसमें आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रोडमैप तैयार किया जाए। हालांकि अब तक भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री के चेहरे पर कोई संकेत नहीं दिया है।

उधर कांग्रेस के अंदर का घमासान भी अभी थमा नहीं है। अब राहुल गांधी के रायपुर दौरे का इंतजार हो रहा है। बीते दिनों सीएम बघेल दिल्ली जाकर पार्टी हाई कमान से मिले थे। इसके बाद उन्होंने कहा था कि सरकार पर कोई संकट नहीं है और कुछ दिनों में राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आएँगे।

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