वर्मी कंपोस्ट निर्मित करने के संबंध में स्व सहायता समूह एवं गोबर प्रबंधन समिति से चर्चा की। उन्होंने गौठानों में समूह द्वारा निर्मित वर्मी खाद का उत्पादन, ब्रिकी तथा समूह को प्रदान की गयी राषि के संबंध में जाानकारी ली। कलेक्टर ने गौठानों में चल रहे कार्यों को पूरा करने हेतु संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों समय सीमा में पूरा करने के निर्देष दिये। उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने हेतु गौठानों में मल्टी एक्टीविटी गतिवधियों को शुरू करने के निर्देष दिये।

कलेक्टर श्री साहू ने कहा कि षासन की मंषा है कि ज्यादा से ज्यादा गतिविधियां गौठानों में संचालित की जाये, जिससे गौठानों से जुड़े समूहों को अधिक से अधिक लाभ हो सके और वे आर्थिक रूप से सषक्त बन सके। इसके लिए उन्होंने गौठानों में आजीविका संवर्धन के लिए आयमूलक गतिविधियांें को बढ़ाने के निर्देष दिये। इस अवसर पर सहायक पदाधिकारी मनरेगा, उपसंचालक कृषि श्री बीएस बघेल, कृशि महाविद्यालय की अधिष्ठाता सुश्री रत्ना नषीने, कृशि वैज्ञानिक कृशि विज्ञान केन्द्र डॉ देबेन्दु दास, उपसंचालक पषुपालन श्री पड़ौती, सहायक संचालक उद्यान श्री मोहन साहू कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी के साथ केवीके के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *