अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर तोप और हैलीकॉप्टरों से किए हमले में कम से कम 45 लोगों की मौत हुई है. तालिबान ने यह जानकारी दी है. इसी हफ्ते पाकिस्तान में नई सरकार ने देश की बागडोर संभाली है.तालिबान के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. उनका कहना है कि हमला अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से खोस्त और कुनार प्रांत में दोनों देशों की सीमा पर पूरी रात जारी रहा. तालिबान के एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि सैन्य विमानों ने सेपेराह जिले के चार गांवों पर बम गिराए. इसमें कम से कम 40 आम लोगों की मौत की बात कही जा रही है. इसके अलावा 20 लोग घायल भी हुए हैं. पीड़ितों में तीन परिवारों के लोग हैं जो पड़ोस के पाकिस्तानी इलाके वजीरिस्तान से कुछ साल पहले सेना की कार्रवाई के बाद भाग कर आए थे.

इन 40 लोगों में 29 लोग एक ही परिवार के हैं. सीमा पर गोलीबारी कुनार में पाकिस्तानी सेना तोपों का इस्तेमाल कर पिछले तीन दिन से मारवरा, शेल्टॉन और नारी जिलों में गोलीबारी कर रही है. तालिबान के सूचना और संस्कृति विभाग के प्रांतीय प्रमुख नजिबुल्ला हनीफ ने समाचार एजेंसी डीपीए को यह जानकारी दी. शुक्रवार की रात कुनार पर हुए हमले में पांच लोगों की मौत हुई है. इनमें औरत और बच्चे भी शामिल हैं इसके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं. शेल्तॉन जिले के निवासी एहासुनल्लाह ने भी मरने वालों की संख्या की पुष्टि की है. पाकिस्तान ने हमले की खबर की पुष्टि नहीं की है. शुक्रवार को उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली इलाके में घात लगा कर किए गए हमले में पाकिस्तानी सेना के सात सैनिक मारे गए थे.

पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले का जवाब देने की चेतावनी दी थी. इससे पहले फरवरी में भी तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान की फायरिंग में छह पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई थी. तहरीक ए तालिबान इन सीमावर्ती इलाकों के दोनों तरफ चरमपंथी संगठन तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान काफी सक्रिय है. उसके अफगान तालिबान से काफी करीबी रिश्ते हैं. पिछले साल अगस्त में तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता में दोबारा आने के बाद इस गुट ने हमले तेज कर दिए हैं. तालिबान के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में भी तनाव आया है. पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान की जमीन से आतंकवादी गुट पाकिस्तान में हमले कर रहे हैं. काबुल में अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी राजदूत को इन हमलों के मुद्दे पर तलब किया है. अफगान विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस तरह की कार्रवाई दोनों देशों के रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकती है.

पाकिस्तान में नई सरकार पाकिस्तान में हाल ही में सत्ता परिवर्तन हुआ है. अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद पीएमएल (एन) के नेता शहबाज शरीफ देश के नए प्रधानमंत्री बने हैं. तालिबान पाकिस्तानी चरमपंथियों को पनाह देने के आरोप से इनकार करता है. हालांकि दोनों देशों के बीच 2700 किलोमीटर लंबी सीमा पर बाड़ लगाने से नाराज भी है. यह सीमा रेखा डूरंड लाइन कही जाती है जो औपनिवेशिक दौर में खींची गई थी. हजारों लोग हर रोज इस सीमा रेखा के आर पार जाते हैं, इनमें कारोबारी भी हैं. बहुत से अफगान इलाज और अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए भी पाकिस्तान जाते हैं.

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