साबूदाना हमेशा से ही भारतीय खाने में अहम रहा है। नवरात्र हो या फिर सावन इनका उपयोग हमेशा फलाहारी खाने में किया जाता है। उपवास के समय साबूदाने का इस्तेमाल बहुत अच्छा माना जाता है और यही कारण है कि इसे इतने चाव से खाया और पकाया जाता है। साबूदाने की तरह-तरह की रेसिपीज ढूंढी जाती हैं और साबूदाना खिचड़ी से लेकर साबूदाना वड़ा, खीर, चीला, पकोड़े, सलाद, चाट आदि न जाने क्या-क्या नवरात्र या सावन के मेन्यू में रखा जाता है।

  1. साबूदाने का स्टार्च निकालने का सबसे अच्छा तरीका-

साबूदाने का स्टार्च निकालने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि इसे भिगोते समय पहले एक छलनी में डालकर धो लें। ऐसे में छलनी से पानी के साथ-साथ स्टार्च भी निकलने लगेगा। अगर आप साबूदाना वड़ा या खिचड़ी बनाने जा रहे हैं तो ये ट्रिक काफी काम की साबित हो सकती है। इससे आपके साबूदाना खिला-खिला बनेगा और एक साथ चिपकेगा नहीं। साबूदाने को दो-तीन पानी से धोने के बाद केवल 1 घंटे भिगो कर रखें, ऐसा इसलिए क्योंकि हमने इसे पहले ही अच्छे से धो लिया है।

  1. साबूदाना भिगोने का सबसे आसान हैक-

कई लोगों उसे रात भर भीगा तो रहने देते हैं, लेकिन या तो पानी बहुत ज्यादा डाल देते हैं या फिर बहुत कम डालते हैं। साबूदाना भिगोने का सबसे आसान तरीका ये है कि पानी सिर्फ उतने ही लेवल तक डालें जितने तक साबूदाना मौजूद है, न ही उससे ज्यादा न ही उससे कम। ऐसा करने से पानी के ज्यादा और कम होने की गुंजाइश पूरी खत्म हो जाएगी क्योंकि साबूदाना बर्तन में मौजूद सारा पानी सोख लेगा और चिपकेगा भी नहीं।

  1. कभी न डालें ज्यादा तेल-

साबूदाने को आप कम तेल में ही पकाएं। अगर साबुदाना वड़े भी बना रहे हैं तो भी शैलो फ्राई करने की कोशिश करें। साबूदाना हमेशा तेल पी लेता है और वो स्वाद खराब करता है। खासतौर पर अगर आप साबूदाने की खिचड़ी बना रहे हैं तो बहुत कम तेल डालने की कोशिश करें।

  1. बहुत गीला हो गया है साबूदाना तो करें ये काम-

अगर साबूदाना बहुत गीला हो गया है तो पकाने से पहले एक्स्ट्रा पानी हटाकर उसे थाली में फैलाकर पंखे के नीचे सुखा लें। ये तरीका थोड़ा समय जरूर लेगा, लेकिन साबूदाना वेस्ट होने से बच जाएगा।

  1. जरूरत से ज्यादा न पकाएं साबूदाना-

अगर आप साबूदाना पकाने की कोशिश कर रहे हैं तो ये बात ध्यान रखें कि इसे सिर्फ तब तक ही पकाएं जब तक ये ट्रांसपेरेंट नहीं हो जाता। अगर आप इसे ज्यादा पकाने की कोशिश करेंगे तो ये कड़क हो जाएगा और ये खाने लायक नहीं बचेगा। साबूदाने को रबर जैसा बनने में देर नहीं लगती है और इसलिए आप साबूदाने को हमेशा ट्रांसपेरेंट होने तक ही पकाएं।

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