सवाल उठ रहे हैं कि राहुल गांधी ने तीखा हमला किस पर किया? क्या वे कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती देने वाले जी-23 के नेताओं को पार्टी छोड़कर जाने को कह रहे
डर का मनोविज्ञान भी बड़ा अजीब है. जो खुद के खिलाफ किसी ने आवाज उठाई तो वो अनुशासनहीनता मानी जाती है और जो दूसरे के खिलाफ ना बोल पाए वो डरपोक हो जाता है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आजकल पार्टी के नेताओं को निडर और डरपोक होने का संदेश सुना रहे हैं. सोशल मीडिया सेल के वॉलंटियर्स के साथ बैठक में राहुल गांधी ने बड़ी सावधानी से पार्टी नेताओं को बड़ा संदेश दिया.
ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि राहुल गांधी ने यह तीखा हमला किस पर किया? क्या वे कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती देने वाले जी-23 के नेताओं को पार्टी छोड़कर जाने को कह रहे है
राहुल गाँधी ने कहा की कांग्रेस के बहार भी बहुत सरे लोग है जो दर नहीं रहे है , वो सब हमारे है तो क्या राहुल ममता बनर्जी ,शरद पवार और अरविन्द केजरीवाल और अखिलेश यादव जैसे विपक्ष के बड़े चेहरों को कांग्रेस के नेतृत्व में मोर्चाबंदी का संदेश देना चाहते हैं.
राहुल गांधी ने दूसरी अहम बात कही कि जो हमारे यहां डर रहे हैं उनको बाहर निकालो. तो क्या ये संदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को है, जो कांग्रेस में आतंरिक चुनाव की मांग कर रहे हैं.
तीसरी बड़ी बात राहुल गांधी ने की जो आरएसएस के हैं वो चलें जाएं. कांग्रेस को उनकी जरूरत नहीं.राहुल गांधी ऐसे नेताओं से क्या ये कहना चाहते हैं कि उनके जाने से भी कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.