ये बात कई सारे मेडिकल शोध में सामने आ चुकी है कि एक सेहतमंद इंसान को एक दिन में 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए. इतना पावनी उसकी सेहत के लिए काफी है. केवल कुछ खास परिस्थितियों में ही पानी की मात्रा घट या बढ़ सकती है. हालांकि, कई बार अधिक प्यास लगना या बार-बार पानी पीना किसी बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं.. हममें से अधिकांश लोग गर्मियों में काफी अच्छी मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करते हैं. वहीं मानसून के आने के साथ ही हम अपनी इस आदत को नजरअंदाज कर जाते हैं. बारिश का मौसम आते ही ज्यादातर लोग पानी की सही मात्रा का सेवन नहीं करते हैं. जिससे हमारे शरीर में कई प्रकार के डिस्ऑर्डर दिखाई देने लगते हैं.
शरीर के लिए महत्वपूर्ण है पानी
एक स्टडी के अनुसार बताया गया है कि मानव शरीर का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा जल से बना है. जिसमें हमारे मस्तिष्क में 85 प्रतिशत जल, ब्लड में 75 प्रतिशत और फेफड़ों में लगभग 80 प्रतिशत तक जल होता है. इसके अलावा एक और रिपोर्ट में कहा गया है कि इंसान भोजन के बिना एक महीने तक जीवित रह सकता है, लेकिन पानी के बिना मनुष्य एक सप्ताह तक ही जीवित रह सकता है.
डिहाइड्रेशन का प्रभाव
आमतौर पर पानी की कमी की समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए. पानी की कमी के कारण शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता है. जिससे की लोगों की मौत भी हो सकती है. डिहाइड्रेशन के कारण शरीर की स्किन रूखी और बेजान हो जाती है. इसके साथ ही जो लोग लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रहे होते हैं उनकी स्किन में झुर्रियां पड़ जाती हैं.
डिहाइड्रेशन से बचाव
फिलहाल बारिश के मौसम में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए हमें अधिक से अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए. इसके लिए हमें दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीने के साथ ही नींबू पानी और नारियल पानी काभी सेवन करना चाहिए. फलों के सेवन से भी डिहाइड्रेशन से बचा जा सकता है. खीरा, केला, तरबूज, खरबूज और पपीते के सेवन से शरीर में पानी के स्तर को बनाएं रखने में मदद मिलती है.